आइये आज हम आपको एक सत्य वाणी बताने बाले है।
श्री हित प्रेमानंद महाराज जी ने बताया है। कि ये जीवन
जो दुखी होता है। इसका कारण आशा है। अर्थात श्री हित
प्रेमानंद महाराज जी का कहना है कि आशा ही दुःख का
कारण है। और आशा रहित जीवन ही परम सुखी जीवन है।
इसलिए मनुष्य को प्रत्येक वस्तु की आशा नहीं करनी
चाहिए। जितना भगवान ने दिया है। और आपने अपने
कर्म से पाया है। उसमे आपको खुश रहना चाहिए।
और हमेशा हमें सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए।
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