शिवपुराण के अनुसार बताया जाता है कि जब 

माता पार्वती एक दिन स्नान कर रही थी। 

तब उन्होंने अपने शरीर पर हल्दी का 

लेप लगाया था। इसके बाद जब माता पार्वती ने

ये हल्दी का लेप उतारा तो इस लेप से 

उन्होंने एक पुतला बना दिया था। उसके बाद 

माता पार्वती ने इस पुतले में जान डाल दी। 

जान डालने के बाद ये पुतला जीवित हो गया।

और इस तरह भगवान गणेश की उत्पत्ति हुई थी।