बाबा बागेश्वर जी ने कहा है कि हिन्दू लोग खुद अपने साधु संतो
और तीर्थस्थलों का मजाक बनाते है। सनातनी अपने
मंदिरों को पाखंड की दूकान कहते हैं और अपने साधु
संतो को पाखंडी कहते है। इसलिए हमारे धर्म का मजाक
बनता है। हमें अपने धर्म का मजाक नहीं बनाना है। हम
सब को अपने साधु संतो और तीर्थस्थलों की सेवा
करनी चाहिए। और हम सभी सनातनियों को एकजुट
रहना चाहिए। क्योंकि कोई और अपने धर्म का मजाक
नहीं उड़ाते है। इसलिए हमें अपने धर्म को समझना चाहिए।
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