प्रेमानंद महाराज जी ने बताया है। कि जब औरतों का

पीरियड का समय चल रहा हो। उस समय 

महिलाओं को पूजा पाठ नहीं करना चाहिए।

इस समय महिलायें केवल अपने मन में स्तुति 

या जाप कर सकती है। अपने मन में भगवान का 

नाम ले सकती है। और अपने मन में ही भगवत चिंतन 

कर सकती है। क्योंकि महिलाएं इस समय अपवित्र

होती है। इसलिए महिलाओं को पीरियड के समय में

कोई भी पूजा पाठ और अनुष्ठान नहीं करना चाहिए।